नवलगढ़ समाचार। नवलगढ़
ग्राम पंचायत पुजारी की ढाणी के गांव गाड़ोदिया की ढाणी में निर्माणाधीन उप स्वास्थ्य केंद्र की गुणवत्ता पर सवाल उठ गए है। ग्रामीणों ने मंगलवार को निर्माणाधीन उपस्वास्थ्य केंद्र के भवन पर एकत्रित होकर अपना विरोध जताया और घटिया सामग्री के उपयोग का खुला विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि सीमेंट, सरिया, रेत और ईंटें इतनी कमजोर गुणवत्ता की हैं कि इस भवन में मरीजों का इलाज तो दूर, खड़े रहना भी जोखिम भरा होगा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले भवन का छज्जा अचानक गिर गया था, लेकिन बिना किसी तकनीकी जांच के उसे दोबारा खड़ा कर दिया गया। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी की जा रही है। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने कहा अभी नहीं चेते तो कल किसी की जान जा सकती है। इसलिए उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है ताकि समय रहते कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। ग्रामीणों ने चेताया कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष महिपाल पूनिया , रामनिवास गाड़ोदिया, शिवकुमार, सहीराम, दीपचंद महला, शंकर गुजर, रामधन गुजर, दुर्गादत्त शर्मा, सुनील, ओमप्रकाश शर्मा, भंवरसिंह कोली, कैलाश गुजर, अशोक, बनवारी भाटी, सुल्तान भाटी, रामकुमार महला, फूलचंद यादव, मदन, कैलाश, प्रेमचंद आदि मौजूद थे। उधर, पुजारी की ढाणी की प्रशासक सुभीता दूत ने बीसीएमओ को पत्र लिखकर निर्माणाधीन उपस्वास्थ्य केंद्र की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस उपस्वास्थ्य केंद्र के तीन टूट गिर चुके है, दीवारे टेढीमेढ़ी है, यह भवन तैयार होने से पहले ही गिरने की स्थिती में है। ज्ञापन की प्रति चिकित्सा मंत्री, चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव, मुख्य शासन सचिव को भी भेजी गई है।